एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री नंद लाल शर्मा ने हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर को मुख्यमंत्री राहत कोष में अंशदान के रूप मेंरुपए1,00,00,000
(एक करोड़) का चेक आज शिमला में भेंट किया
I यह चेक हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव, श्री विनीत चौधरी,अतिरिक्त मुख्य सचिव–सह मुख्य मंत्री की प्रधान सचिव सुश्री मनीषा नंदा,
प्रधान सचिव (विद्युत),श्री आरडी धीमान,
निदेशक (वित्त),एसजेवीएन,
श्री ए एस बिन्द्रातथा निदेशक(विद्युत),
एसजेवीएन,श्री आर के बंसल की गरिमामयी उपस्थिति में प्रदान किया गया I इस अवसर पर एसजेवीएन तथा हिमाचल प्रदेश सरकार के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे
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इस अवसर पर श्री नन्द लाल शर्मा ने माननीय मुख्यमंत्री को बताया कि एसजेवीएन हिमाचल प्रदेश में 1500 मेगावाट नाथपा झाकडी जलविद्युत स्टेशन तथा 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्टेशन का कुशलता से सफलतापूर्वक परिचालन
कर रहा है Iउन्होंने यह भी बताया कि हिमाचल प्रदेश गृह राज्य होने तथा 25.51 प्रतिशत इक्वटी भागीदार होने के कारण 230 मेगावाट नि:शुल्क विद्युत तथा इसके अतिरिक्त 439 मेगावाट
विद्युत बस बार दर पर प्राप्त करता है I
श्री नन्द लाल शर्मा ने माननीय मुख्यमंत्री को अगवत करवाया कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने एसजेवीएन में 1055.02करोड रुपए का इक्विटी निवेश किया
है जबकि एसजेवीएन द्वारा वित्तीय वर्ष 2016-17 तक हिमाचल प्रदेश सरकार को 1263 31
करोड़ रुपए का भुगतान लाभांश के रूप में किया जा चुका है Iउन्होंने बताया कि कंपनी की वित्तीय स्थिति बहुत मजबूत है तथा कंपनी की नैटवर्थ
11483.83 करोड़ रुपए है Iमजबूत वित्तीय स्थिति के चलते हुए विद्युत उत्पादन के अन्य क्षेत्रों तथा इसके साथ-साथ देश और विदेश में अन्य कई परियोजनाओं पर कार्य कर रहा है
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श्री नन्द लाल शर्मा ने माननीय मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि एसजेवीएन का हिमाचल प्रदेश में मजबूत आधार है तथा उनसे अनुरोध किया कि वे लूहरी जलविद्युत परियोजना की चरण-Iतथा
चरण-II, सुन्नी बांध परियोजना तथा धौलासिद्ध परियोजनाओं से संबंधित मंजूरियों एवं अनुमोदनों संबंधी प्रक्रियाओं को शीघ्रता से निपटाने में सहयोग करेंIउन्होंने यह भी अनुरोध किया कि प्रदेश सरकार एसजेवीएन को प्रदेश में
अन्य परियोजनाएं भी आबंटित करें , जोकि प्रदेश तथा एसजेवीएन दोनों के पारस्परिक हित में होगा
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माननीय मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक द्वारा उठाए गए मुद्दों पर अनुकूल रूप से विचार किया जाएगा
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